आई फ्लू को विज्ञान भाषा में कंजंक्टिवाइटिस (conjunctivitis)और पिंक आई भी कहा जाता है, इसे आंख आना भी कहते हैं।
आई फ्लू क्या है ,इनके लक्षण जाने ? What is Eye Flu in Hindi
आई फ्लू के कारण- Eye Flu Causes in Hindi
आई फ्लू की समस्या बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा फैलती है , क्योंकि इस मौसम में वातावरण में संक्रमण फैलने की वजह से लोग आई फ्लू का शिकार हो जाते हैं।
आमतौर पर आई फ्लू गंदगी, धूल-मिट्टी आदि की वजह से होने वाली एलर्जी की वजह से होती है। इस बीमारी में आंखों के सफेद हिस्से में मौजूद लेयर कंजंक्टिवा (ये आंखों की सबसे पतली परत है ) में सूजन होती है।
बरसात के मौसम में नमी , बैक्टीरिया,वायरस बढ़ जाते हैं, और इसकी वजह से आंखों में एलर्जी और इन्फेक्शन फैलता है।
इनके अलावा अगर आप पहले से आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, तो इससे भी आई फ्लू होने का खतरा रहता है। इस बचने के लिए आपको आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति से पर्याप्त दुरी बनाना चाहिए और आंखों को बार-बार छूने से बचना चाहिए।
आई फ्लू फैलने के अन्य कारण निम्नलिखित है :-
- विषाणु जनित संक्रमण
- एलर्जी प्रतिक्रिया
- रसायनों के संपर्क में आने से इंफेक्शन
- पर्यावरण प्रदूषण के कारण
- धूल प्रदूषण सहित बाहरी व भीतरी वायु प्रदूषण से
- कांटेक्ट लेंस पहनने से
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से हो सकता है
आई फ्लू को रोकने के तरीके : Ways to prevent Eye flu :Eye flu treatment in hindi
- मोक्सीफ्लोक्सासिन आई ड्रॉप या मंत्रणा आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें |
- आँखों को गुनगुने पानी से साफ़ करें |
- आंखों को साफ करने के लिए सूती कपड़े का इस्तेमाल करें |
- लक्षण गंभीर होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं |
आई फ्लू से बचने की सावधानियां Precautions to Avoid Eye Flu
- काला चश्मा पहनकर रखें |
- टीवी या मोबाइल देखने से बचना चाहिए |
- आंखों को बार-बार छूने से बचना चाहिए |
- आंखों को साफ करने के लिए गंदे कपड़े का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए |
- आंखों को छूने के बाद साबुन से हाथ धोना चाहिए |
- किसी से भी आई टू आई कांटेक्ट नहीं बनाना चाहिए |
- प्रभावित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना चाहिए |
आई फ्लू से सबंधित महत्वपूर्ण FAQS :-
1.आई फ्लू क्या है ?
आंखों का संक्रमण की बीमारी है, जिसकी वजह से आंखें लाल हो जाती है ,इसे विज्ञान भाषा में कंजंक्टिवाइटिस (conjunctivitis)और पिंक आई भी कहा जाता है, इसे आंख आना भी कहते हैं।
2.आई फ्लू में आँखों की कौनसी परत (लेयर ) प्रभावित होती है ?
कंजंक्टिवा (ये आंखों की सबसे पतली परत होती है ) परत (लेयर ) प्रभावित होती है|
3.आई फ्लू कितने प्रकार की होती है ?
आई फ्लू तीन प्रकार की बीमारी होती है :-प्रथम बैक्टीरिया इंफेक्शन के कारण, वायरस इन्फेक्शन के कारण और पर्यावरण के प्रति एलर्जी ,प्रदूषित धुल के कारण हो सकते हैं|
मौसम परिवर्तन के अनुसार इसके विभिन्न प्रकार देखे जा सकते हैं |
4.आई फ्लू कैसे फैलता है ?
बरसात के मौसम में नमी , बैक्टीरिया,वायरस बढ़ जाते हैं, और इसकी वजह से आंखों में एलर्जी और इन्फेक्शन द्वारा फैलता है।
5.आई फ्लू के फैलने के क्या कारण है ?
- विषाणु जनित संक्रमण
- एलर्जी प्रतिक्रिया
- रसायनों के संपर्क में आने से इंफेक्शन
- पर्यावरण प्रदूषण के कारण
- धूल प्रदूषण सहित बाहरी व भीतरी वायु प्रदूषण से
- कांटेक्ट लेंस पहनने से
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से हो सकता है |
- मोक्सीफ्लोक्सासिन आई ड्रॉप या मंत्रणा आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें |
- आँखों को गुनगुने पानी से साफ़ करें |
- आंखों को साफ करने के लिए सूती कपड़े का इस्तेमाल करें |
- लक्षण गंभीर होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं |
- काला चश्मा पहनकर रखें |
- टीवी या मोबाइल देखने से बचना चाहिए |
- आंखों को बार-बार छूने से बचना चाहिए | आंखों को साफ करने के लिए गंदे कपड़े का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए |
- आंखों को छूने के बाद साबुन से हाथ धोना चाहिए |
- किसी से भी आई टू आई कांटेक्ट नहीं बनाना चाहिए |
- प्रभावित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना चाहिए |
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